नववर्ष २०१७
सलाम करते हम सभी,
तुझको ओ नववर्ष।
सतरह तेरे राज्य में,
सबका हो उतकर्ष।
सबका हो उतकर्ष ,
न हो कोई भी ग़ुलाम।
यूँ ना हो अपकर्ष ,
हम करें धन को सलाम।
सलाम करते हम सभी,
तुझको ओ नववर्ष।
सतरह तेरे राज्य में,
सबका हो उतकर्ष।
सबका हो उतकर्ष ,
न हो कोई भी ग़ुलाम।
यूँ ना हो अपकर्ष ,
हम करें धन को सलाम।