Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2019 · 1 min read

नववर्ष मंगलमय हो

रिद्धी सिद्धिमय,सर्व शुभमय
सुख-शांतिमय,कृपा कांतिमय
दिव्य वांगमय,पुलक प्राणमय
कुंज गुंजमय, प्रतिभापुंजमय
स्नेह सुधामय, हिय हरितमय
शुभ्र-धवलमय,नित्य नवलमय
मंगलमय हो नववर्ष आपका
-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुंदेली दोहा - सुड़ी
बुंदेली दोहा - सुड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बलात-कार!
बलात-कार!
अमित कुमार
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
"रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
-  मिलकर उससे
- मिलकर उससे
Seema gupta,Alwar
*दही सदा से है सही, रखता ठीक दिमाग (कुंडलिया)*
*दही सदा से है सही, रखता ठीक दिमाग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
लड़खाएंगे कदम
लड़खाएंगे कदम
Amit Pandey
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
Keshav kishor Kumar
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
खंड 8
खंड 8
Rambali Mishra
दिल लगाएं भगवान में
दिल लगाएं भगवान में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
जो बीत गया उसकी ना तू फिक्र कर
Harminder Kaur
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
समय और स्त्री
समय और स्त्री
Madhavi Srivastava
टाँगतोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
टाँगतोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कोशिश न करना
कोशिश न करना
surenderpal vaidya
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
तूने ही मुझको जीने का आयाम दिया है
हरवंश हृदय
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/101.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-487💐
💐प्रेम कौतुक-487💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रहो कृष्ण की ओट
रहो कृष्ण की ओट
Satish Srijan
कोरा संदेश
कोरा संदेश
Manisha Manjari
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
हाथ की लकीरों में फ़क़ीरी लिखी है वो कहते थे हमें
VINOD CHAUHAN
ज़िंदगी की ज़रूरत में
ज़िंदगी की ज़रूरत में
Dr fauzia Naseem shad
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
DrLakshman Jha Parimal
*दर्द का दरिया  प्यार है*
*दर्द का दरिया प्यार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
■ दोमुंहा-सांप।।
■ दोमुंहा-सांप।।
*Author प्रणय प्रभात*
जितना आपके पास उपस्थित हैं
जितना आपके पास उपस्थित हैं
Aarti sirsat
Loading...