नवरात्र पर विनती
नवरात्रि के प्रथम दिवस विनती है कि सुख-शांति रहे।
घर में सौहार्द रहे हमेशा आपस में न कोई भ्रांति रहे।
विकसित हो अपना राष्ट्र और सब उन्नति की ओर बढे़ं।
भाईचारा कायम रहे सदा नित नयी इबारत रोज गढे़ं।
पक्षी कलरव करें वृक्षों पर हर प्राणी खुशहाल रहे।
विपदाओं में एक साथ सब लड़ने को तैयार रहें।
आपस में न भेदभाव हो हर धर्म का सम्मान करें।
विनती है हे माता! हम भारत का नव निर्माण करें।