नवरात्रि के नये संकल्प):::::
सुन्दर मधुमय ये ध्वनि तरंग,
धरा पे शरद की ये नई सुगंध।
आने वाला फिर जीवन में,
हर्षोल्लास से भरी उमंग। (1)
मंगलमय होते है दिन-रात्रि,
सुख प्यार की माँ है अधिष्ठात्री।
खुशियाँ भर देते जीवन मे,
दुर्गा माँ की ये नवरात्रि । (2)
सुंदर प्यारी मुकुट शुसोभीत,
अस्त्र-शस्त्र से है माँ सज्जित।
आएगी माँ लेकर अबकी,
मुख ममता और प्यार से सज्जित । (3)
पूरी धरती हो हरा यहाँ ,
खुशियाँ हो अब बस भरा यहाँ ।
ऐसा ही कुछ संकल्प लेके,
अबकी मनाएं दशहरा यहाँ।(4)
#मंचन ? 28/09/2016