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1 Jul 2021 · 1 min read

नर्मदा की कृपा (घनाक्षरी छंद)

नर्मदा की कृपा
घनाक्षरी छंद
हमारे ही सामने ये,मामूली से आदमी थे,
आज चारो ओर फिरे ,नाम की दुहाई है ।

नर्मदा की सेवा भक्ति भाव से मिला है सब,
नर्मदा माँ इन्हें हर तरह सहाई है ।

ऋद्धि सिद्धि समृध्दि और भारी प्रसिद्धि,
ममता के साथ पूरी, माँ ने पहुँचाई है।

कहाँ तक नर्मदा की कृपा का बखान करें,
डेढ़ दो करोड़ की तो,रेत सपलाई है ।

गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 345 Views
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