Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2023 · 1 min read

नरभक्षी_गिद्ध

एउटा नरभक्षी गिद्ध
आफ्नैको सिकार गर्न उडाइयो ।

गन्तव्यविहिन त्यो
आफ्नैलाई चिथोर्न थाल्यो ।

मानसिक रोगी बन्यो त्यो
आफ्नैलाई बुटी-बुटी पार्न थाल्यो ।

चुच्चोमा आफ्नैको चोक्टा च्याँपी त्यो
आकाशमा उडेको उड्यै गर्न थाल्यो ।

सधैं नरभक्षी कै भूमिका त्यो
धेरै-धेरै उड्न थाल्यो ।

सिनोको स्वाद समेत बिर्सेको त्यो
धेरै उचाईमा उड्न थाल्यो ।

शत्रुहरूको फुर्काईमा त्यो
माथि -माथि अझ धेरै माथि उड्यो ।

अब त स्वभक्षी बनेको त्यो
परेवाहरूमा जातिय विभाजन थाल्यो ।

आखिर गिद्ध न हो त्यो
उड्दा उड्दै एक दिन देखिन छोड्छ त्यो ।

फेरी अर्को गिद्ध उडाइन्छ
फेरी नरभक्षीकै भूमिकामा हुन्छ त्यो ।

●#दिनेश_यादव
(कलंकी, काठमाण्डौ-१४।। २६ चैत्र ०७९) । तस्बीर : गुगल

Language: Nepali
1 Like · 482 Views
Books from Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
View all

You may also like these posts

रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
तुम्ही हो
तुम्ही हो
Buddha Prakash
*सत्य : और प्रयोग*
*सत्य : और प्रयोग*
Ghanshyam Poddar
नंगापन (कुण्डलियां छंद-) Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
नंगापन (कुण्डलियां छंद-) Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
Vijay kumar Pandey
3354.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3354.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
Vinit kumar
ईश्क अतरंगी
ईश्क अतरंगी
Sonu sugandh
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
प्रेमदास वसु सुरेखा
क्रोध
क्रोध
Mangilal 713
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
रमेशराज की पद जैसी शैली में तेवरियाँ
कवि रमेशराज
परिवार नियोजन
परिवार नियोजन
C S Santoshi
नि:स्तब्धता
नि:स्तब्धता
Meera Thakur
एक उड़ती चिड़िया बोली
एक उड़ती चिड़िया बोली
डॉ. दीपक बवेजा
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
Mahesh Ojha
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
sp102 ईश्वर ने इतना दिया
Manoj Shrivastava
जो बुजुर्ग कभी दरख्त सा साया हुआ करते थे
जो बुजुर्ग कभी दरख्त सा साया हुआ करते थे
VINOD CHAUHAN
हिकारत जिल्लत
हिकारत जिल्लत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरा कौन यहाँ 🙏
मेरा कौन यहाँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
gurudeenverma198
डर लगता है
डर लगता है
Dr.Pratibha Prakash
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (हिंदी गजल)*
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
■ आज का शेर दिल की दुनिया से।।
■ आज का शेर दिल की दुनिया से।।
*प्रणय*
दूहौ
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
- अब तक था में आम अब खास हो जाऊं -
- अब तक था में आम अब खास हो जाऊं -
bharat gehlot
सेवा गीत
सेवा गीत
Mangu singh
....बहू बनाम बेटी...
....बहू बनाम बेटी...
rubichetanshukla 781
झील किनारे
झील किनारे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
किराये का घर
किराये का घर
Kaviraag
Loading...