Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2020 · 3 min read

नरक चतुर्दशी/हनुमान जन्मोतव” विशेश

============
आज का संदेश* ”
=========================
कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष में मनाए जाने वाले पंच पर्व का कल/आज प्रथम दिन “धनतेरस के रूप में मनाया जा रहा है। आज दूसरा दिन अर्थात कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को “नरक चतुर्दशी” के नाम से जाना जाता है। आज के दिन भगवान श्याम सुंदर कन्हैया ने नरकासुर दैत्य का वध करके उसके कारागार से सोलह हजार कन्या, युवती एवं नारियों को मुक्त कराकर एक नया जीवन प्रदान किया। प्राचीन काल में नर्क से मुक्ति पाने के लिए महाराज रंतिदेव ने नरक चतुर्दशी का व्रत करके नर्क जाने से मुक्ति पाई, तभी से इस पृथ्वी लोक में नरक चतुर्दशी का व्रत किया जाने लगा। नरक चतुर्दशी को छोटी दीपावली भी कहते हैं। इसे छोटी दीपावली इसलिए कहा जाता है क्योंकि दीपावली से एक दिन पहले, रात के समय उसी प्रकार दीए के प्रकाश पुंज से रात के तिमिर को दूर भगा दिया जाता है जैसे दीपावली की रात को। यह दीपमालिकायें नरकासुर के वध की प्रसन्नता एवं आततायी के आतंक से छुटकारा मिलने की प्रसन्नता के उपलक्ष्य में सजाई जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन प्रातःकाल तेल लगाकर अपामार्ग (चिचड़ी) की पत्तियाँ जल में डालकर स्नान करने से नरक से तो मुक्ति मिलती ही है, साथ ही यदि स्नान के बाद भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण के मन्दिर जाकर दर्शन किया जाय तो रूप में निखार एवं तेज बढता है। इसीलिए इसे “रूपचौदस” भी कहा जाता है। आज के दिन विधि-विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो स्वर्ग को प्राप्त करते हैं।

आज मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त,अनंत बलवंत हनुमंत लाल जी का जन्मोत्सव भी बड़ी धूमधाम से लोग श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाते हैं। हनुमान जयंती का पर्व चैत्र मास की पूर्णिमा को भी मनाया जाता है। परंतु महर्षि वाल्मीकि के अनुसार बजरंगबली का जन्म कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी दिन मंगलवार को स्वाति नक्षत्र एवं मेष लग्न में हुआ बाल्मीकि जी के इस कथन को वायु पुराण में भी समर्थन मिलता है वायु पुराण के अनुसार आज के ही दिन हनुमान जी का जन्म हुआ आज नरक चतुर्दशी का व्रत रहने के साथ ही हनुमान जी के प्रति श्रद्धा एवं भक्ति से अनुराग रखते हुए व्रत करके उनका जन्म उत्सव मनाने पर मनुष्य को हनुमान जी की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। तैंतीस करोड़ देवताओं में हनुमान जी को कलयुग का प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। जहां जहां भगवान की कथाएं होती है, जहां भगवान का नाम लिया जाता है हनुमान जी वहां पर बैठकर प्रेम से भगवान्नाम स्मरण का रसपान करते रहते हैं। मनुष्य को हर प्रकार से अभय दान देने वाले अंजनी पुत्र महाबली हनुमान जी का पूजन श्रद्धा भक्ति के साथ करने से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं। जगह – जगह पर हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है परंतु उनके बताए आदर्शो पर आज का मनुष्य कदापि नहीं चलना चाहते हैं। आज नौकरों के द्वारा मालिकों से विश्वासघात करना साधारण बात हो गई है। सेवक का स्वामी के प्रति कैसा आचरण होना चाहिए यदि यह सीखना है तो हनुमान जी के चरित्रों को देखा जा सकता है।

नरकासुर का वध एवं हनुमंत लाल जी की जयंती के उपलक्ष्य में दीपदान करके खुशियाँ मनाएं।
•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••

Language: Hindi
Tag: लेख
534 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
*कन्या पूजन*
*कन्या पूजन*
Shashi kala vyas
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
gurudeenverma198
3797.💐 *पूर्णिका* 💐
3797.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुसीबत के वक्त
मुसीबत के वक्त
Surinder blackpen
आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने
आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने
Neelam Sharma
यादें
यादें
Dr fauzia Naseem shad
जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है
जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है
Ravikesh Jha
खुला आसमान
खुला आसमान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
कोई हुनर तो हो हम में, कोई जज्बा तो हो,
पूर्वार्थ
.
.
NiYa
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
थोड़ी दूरी,
थोड़ी दूरी,
Sonam Puneet Dubey
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
I
I
Ranjeet kumar patre
"सच्ची जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे प्रेम पत्र 3
मेरे प्रेम पत्र 3
विजय कुमार नामदेव
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तन्हाई को तोड़ कर,
तन्हाई को तोड़ कर,
sushil sarna
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
Suryakant Dwivedi
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
BJ88 là nhà cái đá gà giữ vị trí top 1 châu Á, ngoài ra BJ88
Bj88 - Nhà Cái Đá Gà Uy Tín Số 1 Châu Á 2024 | BJ88C.COM
जब  मालूम है  कि
जब मालूम है कि
Neelofar Khan
वो चैन की नींद सो गए
वो चैन की नींद सो गए
Diwakar Mahto
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
Aruna Dogra Sharma
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
"" *श्रीमद्भगवद्गीता* ""
सुनीलानंद महंत
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मुझको जीने की सजा क्यूँ मिली है ऐ लोगों
मुझको जीने की सजा क्यूँ मिली है ऐ लोगों
Shweta Soni
Loading...