नयी सुबह-नव वर्ष
आज की रात
जोड़ लें टूटी उम्मीदें’
समेट लें बिखरे सपने
तलाश लें कुछ नयी राहें
आँखों मे भर लें
इन्द्रधनुष के सारे रंग
कुछ इस तरह की;
कल की नई सुबह
साथ लाये उम्मीदों से भरी डगर,
उमंगों से भरा सफर
आशाओं का हर पल साथ,
हो सपनो मे जीवन-संगीत
हर गीत मे हो जीने की आस।
नव वर्ष मंगलमय हो
©️®️पल्लवी ❤
पूर्णतः मौलिक स्वरचित रचना
पल्लवी रानी