नयी शुरुआत
**** नयी शुरुआत***
जो बीत गया अब उसे भूलकर,
चलो एक नयी शुरुआत करते हैं।
क्या मेरा था था क्या तुम्हारा,
भूलाकर सब अपनापन बाँटते हैं
अभी नहीं होगा वहाँ अपना कोई भी,
अजनबियों से ही शुरुआत करते हैं।
सब घुल-मिल जाएँगे वहाँ एक दिन,
हम दिल से ये विश्वास रखते हैं।
पठन समस्याओं में सदा साथ रहे हम,
इसी विश्वास से हम सब आगे बढ़ते हैं।
ना गुरुर हो हमें कभी ज्ञानी होने का,
खुदा से सदा हम ये माँग करते हैं।
अधुरा न रहे किसी का सपना यहाँ आकर,
हम सदा ही रब से ये फरियाद करते हैं।
मध्य में ही ना छोड़नी परे इस मंदिर को,
हम रब पर ही विश्वास करते हैं।
हैं आज कॉलेज का पहला दिन मेरा,
सभी शिक्षकों से सहयोग की आश करते हैं।
रहे हम सब सदा एक परिवार की तरह वहाँ,
सभी से हम ये उम्मीद करते हैं।
अपने कॉलेज के पहले दिन पर।
✍️✍️✍️✍️खुश्बू खातून