Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2020 · 1 min read

नया साल

नया साल
नया साल, लाएँ नई खुशियाँ
गीत खुशी के, गाते हैं।
आओ हम सब, मिलकर फिर से
नव वर्ष आज, मनाते हैं ।।

आओ मिलकर, हर दिन को
एक नया, साल मनाए हम।
भूखा ना हो, देश में कोई
मिलकर खाए, आज कसम ।।

नशा-बीमारी, ना हो घर में
इसे मिलकर, दूर भगाएंगें।
भ्रष्टाचार ना हो, अपने देश में
संकल्प यही हम, खाएंगें।।

नया साल हो गया, गजब अब
व्हाट्सएप पर, मन जाता है।
मैसेज ना आए, कोई इसमें
रिश्तेदार ठन, जाता है।।

इस अवसर पर, हम सब पहले
अपनों से, मिलकर आते थे।
साथ बैठकर, प्यार प्रेम से
मीठे पकवान भी, खाते थे।।

आज तो, हम सब को अपना
हिंदू पंचांग, भी याद नहीं।
चैत्र महिना, भूल गए
अपनों से, कोई संवाद नहीं।।

बारह बजते ही, होटल में
यारों संग, नाचना गाना है।
नशे में नाचे, धूम मचा कर
नया साल तो, बहाना है।।

ना बदली, किसान की सूरत
टैक्स भी, खूब लगाया है।
बदहाल हो रहा, आम नागरिक
नया साल, फिर आया है।।

नए साल में, नई मूर्ति
जनता पर, टैक्स बढ़ाया है।
विदेश गया, भारत का पैसा
विदेशी को, घर में बुलाया है।।

इंटरनेट को, सस्ता करके
आंखों पर, चश्मा चढ़ाया है।
प्याज और दाल, हुई ना सस्ती
उस पर सरचार्ज, बढ़ाया है।।

नव वर्ष हो, कैसा हमारा
सब को, मिलकर बताता हूँ।
राग द्वेष ना, रहे इस दिल में
दिल से, तुम्हें सुनाता हूँ।।

Language: Hindi
1 Comment · 285 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुफ्त की खुशियां
मुफ्त की खुशियां
Kshma Urmila
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
शिव प्रताप लोधी
अंधेर नगरी
अंधेर नगरी
Dr.VINEETH M.C
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
शेखर सिंह
"वफादार"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU SHARMA
बुराई का अंत बहोत बुरा होता है
बुराई का अंत बहोत बुरा होता है
Sonam Puneet Dubey
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
भविष्य के सपने (लघुकथा)
भविष्य के सपने (लघुकथा)
Indu Singh
कामयाबी का
कामयाबी का
Dr fauzia Naseem shad
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
बचपन
बचपन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
😊नीचे ऊंट पहाड़ के😊
😊नीचे ऊंट पहाड़ के😊
*प्रणय*
पूर्णिमा
पूर्णिमा
Neeraj Agarwal
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम से ना हो पायेगा
तुम से ना हो पायेगा
Gaurav Sharma
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
Chitra Bisht
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
एक चाय में बेच दिया दिल,
एक चाय में बेच दिया दिल,
TAMANNA BILASPURI
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
#महल का कंगुरा
#महल का कंगुरा
Radheshyam Khatik
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
Lokesh Sharma
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
ये शिकवे भी तो, मुक़द्दर वाले हीं कर पाते हैं,
Manisha Manjari
सफल लोगों की अच्छी आदतें
सफल लोगों की अच्छी आदतें
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
Loading...