“नया वर्ष मंगलमय हो “
“हर साल आते है ,ये नये साल आते है
पूराने छुट जाते है,नये सब साथ आते है
नये वादे,नये इरादे,नये रिश्तो का संगम हो
रखो ध्यान कभी पूराने कि अहमियत कम न हो
भरो हूंकार नयी उडानो की बेशक ही तुम
पर कभी दिलो मे तुम्हारा सम्मान कम न हो,
बेवजह ना आंसु हो कभी किसी कि आंखो मे
गरीबी मे कही कोई बदन नंगा ना हो जाये
कहीं भूख से तडपके कोई फिर दम तोड ना जाये
कसम खाओ कि ऐसा ही नया साल हम मनाये,
वंचित नही कोई यहा शिक्षा से रह जाये
विकास कि डगर मे कोई पीछे ना छूट जाये
ले चलो इस देश को नयी उंचाइयो पे फिर से
कसम खाओ कि ऐसा ही नया साल हम मनाये,
नही कोई भटक जाये यहां आतंक कि राहो मे
हो संगठीत एक-दुजे से,सब मे प्यार भर जाये
नही हम राजनिती मे किसी का स्वार्थ बन जाये
कसम खाओ कि ऐसा ही नया साल हम मनाये ॥”