नया भारत
आवाहन हो गया देश में, अब स्वदेशी ही अपनाना है।
स्वावलंबी है भारतवासी, यही हमें बस दिखलाना है।।
अपना ही इंफ्रास्ट्रक्चर, अपना ही होगा कच्चा माल।
भारत का मज़दूर बनाये, सस्ता विश्व स्तर का माल।।
कसम हमें अब खानी है, घर माल विदेशी नहीं है लाना।
भारत निर्मित वस्तु खरीदें, जगत को बस ये है दिखलाना।।
देश का पैसा रहे देश में, हम सब को यह कर के दिखाना।
हर व्यक्ति सम्पन्न बनेगा, ऐसा हमको है कर के दिखाना।।
देश की इस युवा पीढ़ी को, चाहे जितना पड़े पढ़ाना।
काम मिले उसको भारत में, हमको यह माहौल बनाना।।
हर मज़दूर का अपना घर हो,हर बच्चे को हमें पढ़ाना।
भूख से ना कोई मरे देश में, भीख मांगने पड़े ना जाना।।
विजय बिजनौरी