नया इंक़लाब
मुझको मेरा हक़ मिला
तू रह गया तो मुझको क्या
मैं किनारे लग गया
तू बह गया तो मुझको क्या
मैंने चींख चींख कर
डंडे से मसला तय किया
तेरी दुकान जल गई
तू ढह गया तो मुझको क्या
ये चलन अब गर्म है
धरने पर जाकर बैठ जा
मैंने रोटी सेंक ली
तू जल गया तो मुझको क्या
अपने अपने जात के
देवों को दिल्ली भेजिए
कृष्ण सिर्फ यदुवंशियों
का हो गया तो मुझको क्या
वो बर्फ मे दफन था
और जे एन यू मे
अफ़ज़ल पर बहस
दिल्ली मे ऐसा ऑड इवन
हो गया तो मुझको क्या