– नयन उसके कटार –
नयन उसके कटार –
होठ उसके गुलाब की पंखुड़िया,
मोरनी जैसी उसकी चाल,
आंखे उसकी कतई,
आंखे हो जैसे कटार,
चोटी उसकी नागिन सी,
रेशमी उसके बाल,
मुस्कुराहट उसकी फूल सी,
चेहरे की चमक चांदनी सी,
है उसके गोरे – गोरे गाल,
गोरे – गोरे गालों पर काला तिल करता बड़ा कमाल,
करती वो आंखो से ही कत्ल हमारा,
नयन है उसके कटार,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान