Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2024 · 1 min read

– नयन उसके कटार –

नयन उसके कटार –
होठ उसके गुलाब की पंखुड़िया,
मोरनी जैसी उसकी चाल,
आंखे उसकी कतई,
आंखे हो जैसे कटार,
चोटी उसकी नागिन सी,
रेशमी उसके बाल,
मुस्कुराहट उसकी फूल सी,
चेहरे की चमक चांदनी सी,
है उसके गोरे – गोरे गाल,
गोरे – गोरे गालों पर काला तिल करता बड़ा कमाल,
करती वो आंखो से ही कत्ल हमारा,
नयन है उसके कटार,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
64 Views

You may also like these posts

नित जीवन के संघर्षों से
नित जीवन के संघर्षों से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" *लम्हों में सिमटी जिंदगी* ""
सुनीलानंद महंत
पितृ दिवस
पितृ दिवस
Rambali Mishra
आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया
आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया
Sandeep Thakur
बात निकली है तो दूर तक जायेगी
बात निकली है तो दूर तक जायेगी
Sonam Puneet Dubey
आकाश पढ़ा करते हैं
आकाश पढ़ा करते हैं
Deepesh Dwivedi
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
सुकून
सुकून
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
खिंची लकीर पर चलना
खिंची लकीर पर चलना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आस्था का महापर्व:छठ
आस्था का महापर्व:छठ
manorath maharaj
करवाचौथ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
"बहनों के संग बीता बचपन"
Ekta chitrangini
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा :मेरे कुछ मुक्तक
Sushila joshi
युद्ध का रास्ता
युद्ध का रास्ता
Arun Prasad
तुम अपना भी  जरा ढंग देखो
तुम अपना भी जरा ढंग देखो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रग रग में देशभक्ति
रग रग में देशभक्ति
भरत कुमार सोलंकी
ओ हर देवता हरे
ओ हर देवता हरे
रेवा राम बांधे
घर को जो रोशन करें वह चिराग है बेटियां
घर को जो रोशन करें वह चिराग है बेटियां
Ranjeet kumar patre
हे मृत्यु...
हे मृत्यु...
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
*
*"मुस्कराहट"*
Shashi kala vyas
4120.💐 *पूर्णिका* 💐
4120.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
Sagar Yadav Zakhmi
मैं लिखूंगा तुम्हें
मैं लिखूंगा तुम्हें
हिमांशु Kulshrestha
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
💤 ये दोहरा सा किरदार 💤
Dr Manju Saini
"क्षमादान"
Dr. Kishan tandon kranti
इतिहास ना दोहराओ
इतिहास ना दोहराओ
Nitu Sah
यही जिंदगानी है
यही जिंदगानी है
पूर्वार्थ
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*Promises Unkept*
*Promises Unkept*
Veneeta Narula
Loading...