नमन सूर्य देव
है
संसार में
अंधियारा
है विश्व
शक्ति हीन
न है
खेत खलिहान
जंगल
न है जीवन
है
नही कल्पना
जीवन की
बिन सूर्य के
करते है
नमन
देते है
आराध्य
सूर्य देव को
प्रतिदिन
करते
छठ पूजन
देते
मान सम्मान
सूर्य देव को
हम
बनी रहे
कृपा आशीष
हम
सब पर
है
नमन बारम्बार
सूर्य देव
आपको
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव