नमन वीर भारत के प्रहरी, नमन हे वीर जवान
नमन वीर भारत के प्रहरी, नमन है वीर जवान
तेरे कारण ही जिंदा है, मेरा हिंदुस्तान
भारत माता की रक्षा में, कर दिए निछावर प्राण
कारगिल युद्ध फतेह पर तुम को, बारंबार प्रणाम
कारगिल की ऊंची चोटी पर, दुश्मन धोखे से आया था
सबसे ऊंचे युद्ध स्थल में, तुमने मार भगाया था
विश्व कीर्तिमान रचा, जब पाकिस्तान हराया था
एक लाख फौज बंधक की, बांग्लादेश बनाया था
सन 61 में कुटिल चीन ने, पंचशील को तोड़ दिया
हिंदी चीनी भाई भाई कह, एक अचानक युद्ध किया
हार नहीं मानी वीरों ने, चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया
डोकलाम में आ बैठा था, किया उसे भी पीछे
गलवान घाटी में आकर बैठा था, किया उसे फिर नीचे
तेरे साहस और शौर्य को, नमन हृदय से करते हैं
आज कारगिल फतेह दिवस पर, गर्व जवानों पर करते हैं
श्री चरणों में सादर तुमको, मान समर्पित करते हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी