अपना देश
अपना देश
मानवता का धर्म निभाएं
गीत प्रेम के मिलकर गाएं ।
अपना भारत देश निराला
नील गगन में ध्वज फहराएं।।
नन्हें वीर सिपाही हैं हम
नहीं किसी से भी हैं कम।
सबके बाजू तने हुए हैं
छोटे बेशक अपने कदम।।
अपना देश शान है अपनी
जैसी कथनी वैसी करनी
आओ नित हम मान बढ़ाएं
जन-जन हित भावना भरनी।।
मातृभूमि के हम रखवाले
काटें वैर भाव के जाले
अपनेपन की भरें भावना
“मौज” मनों के खुलते ताले।।