नफ़रत की फ़सल
तुम्हारे दिमाग़ी कचरे से ही
खुराक़ मिलती है कंवल को!
बिल्कुल जड़ से ही काट डालो
नफ़रत की इस फ़सल को!!
चाहे लाख मसरूफ़ियत हो
कुछ ध्यान दो बच्चों पर भी!
यह सियासत कहीं बर्बाद ना
कर डाले अगली नसल को!!
Shekhar Chandra Mitra
तुम्हारे दिमाग़ी कचरे से ही
खुराक़ मिलती है कंवल को!
बिल्कुल जड़ से ही काट डालो
नफ़रत की इस फ़सल को!!
चाहे लाख मसरूफ़ियत हो
कुछ ध्यान दो बच्चों पर भी!
यह सियासत कहीं बर्बाद ना
कर डाले अगली नसल को!!
Shekhar Chandra Mitra