Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2017 · 1 min read

नफ़रतों में घुल रही ये जिंदगी है

नफ़रतों में घुल रही ये जिंदगी है
अन्जुमन में हर तरफ बस तीरगी है।

पूछता मैं फिर रहा हर इक बशर से
मुफ़लिसी में कैद क्यों लाचारगी है।

राह चलते कर रहे जो बदसलूकी
मान लो कहना यही आवारगी है।

ब़ेरहम क्यों कह रहा मुझको ज़माना
ख़ून में मेरे वफ़ा है सादगी है।

आशियाना बन चुका है दिल ये’ तेरा
उम्र भर अब तू ही मेरी बंदगी है।

हो गई हमको मुहब्बत आइने से
मर्ज जिसको सब बताते दिल्लगी है।

लाश ज़िन्दा हो गये हम बिन तुम्हारे
आह दिल में है लबों पर तिश्नगी है।

296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आईना
आईना
Sûrëkhâ Rãthí
गलत और सही
गलत और सही
Radhakishan R. Mundhra
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बीज और विचित्रताओं पर कुछ बात
बीज और विचित्रताओं पर कुछ बात
Dr MusafiR BaithA
*अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिक
*अभिनंदन के लिए बुलाया, है तो जाना ही होगा (हिंदी गजल/ गीतिक
Ravi Prakash
सनम की शिकारी नजरें...
सनम की शिकारी नजरें...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
करूँ तो क्या करूँ मैं भी ,
करूँ तो क्या करूँ मैं भी ,
DrLakshman Jha Parimal
अक्सर हम ज़िन्दगी में इसलिए भी अकेले होते हैं क्योंकि हमारी ह
अक्सर हम ज़िन्दगी में इसलिए भी अकेले होते हैं क्योंकि हमारी ह
पूर्वार्थ
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
The_dk_poetry
राष्ट्र भाषा राज भाषा
राष्ट्र भाषा राज भाषा
Dinesh Gupta
पितृपक्ष
पितृपक्ष
Neeraj Agarwal
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
Bidyadhar Mantry
सफलता तीन चीजे मांगती है :
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
समय
समय
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विनय
विनय
Kanchan Khanna
2549.पूर्णिका
2549.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
करती पुकार वसुंधरा.....
करती पुकार वसुंधरा.....
Kavita Chouhan
-- दिखावटी लोग --
-- दिखावटी लोग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
shabina. Naaz
कोई खुशबू
कोई खुशबू
Surinder blackpen
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
इतने दिनों बाद आज मुलाकात हुईं,
Stuti tiwari
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
Dushyant Kumar
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
शेखर सिंह
बातों - बातों में छिड़ी,
बातों - बातों में छिड़ी,
sushil sarna
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...