नन्ही परी
परियों की दुनियां की
वह एक नन्ही परी,
कभि लगती गुड़िया सी
कभि लगती जलपरी।
उसके कोमल कपोल
रक्तिम हथेलियां,
नन्हे से पॉव उसके
मोहक उंगलियां।
रेशम से बाल उसके
नन्हें से नयन,
लगती वह एकदम परी
जब करती वह शयन।
दुनिया से बेखबर
मेरी गोंद में मूँदे नयन,
बुदबुदाते लबों से
जैसे शब्दों का चयन।
कितने दिनों की चाह
मेरी पावन सी,
जीवन मे आयी परी
बन के वरदान सी।
निर्मेष जैसी है यह
मेरी परी पावन सी,
मानों भगवान की कृपा
हम पर टूट कर बरसी।