Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2023 · 1 min read

नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है

***
नजदीक होकर भी बहुत दूर होते है,
जिंदगी में लोग कितने मजबूर होते है !

दिखने में सब साथ नजर आते है मगर,
सब अपनी-अपनी मस्ती में चूर होते है !

बाते करते है बड़ी मीठी और सयानी,
दिल के मगर बड़े ही मगरूर होते है !

मुख पर झूठी हंसीं मन में बैर रखना,
इस दुनिया के ऐसे ही दस्तूर होते है !

तू परेशां ना हो अपनी चमक से ‘धर्म’
आँखों में वही चुभते है जो नूर होते है !!
!
डी के निवातिया

1 Like · 126 Views
Books from डी. के. निवातिया
View all

You may also like these posts

हुस्न उनका न कभी...
हुस्न उनका न कभी...
आकाश महेशपुरी
असफलता अनाथ होता है।
असफलता अनाथ होता है।
Dr.Deepak Kumar
*खरगोश (बाल कविता)*
*खरगोश (बाल कविता)*
Ravi Prakash
इतिहास ना दोहराओ
इतिहास ना दोहराओ
Nitu Sah
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
3613.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52
मरूधरां
मरूधरां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
Neelofar Khan
शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
Ritu Asooja
*क्यों ये दिल मानता नहीं है*
*क्यों ये दिल मानता नहीं है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बंध
बंध
Abhishek Soni
जाने हो कब मयस्सर
जाने हो कब मयस्सर
Manoj Shrivastava
धार्मिक आडंबर को सार्वजनिक रूप से सहलाना गैर लोकतांत्रिक
धार्मिक आडंबर को सार्वजनिक रूप से सहलाना गैर लोकतांत्रिक
Dr MusafiR BaithA
पत्नी (दोहावली)
पत्नी (दोहावली)
Subhash Singhai
#ताम्रपत्र
#ताम्रपत्र
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बोल के लब आजाद है
बोल के लब आजाद है
Desert fellow Rakesh
मां तुम्हारा जाना
मां तुम्हारा जाना
अनिल कुमार निश्छल
* रामलाला का दर्शन से*
* रामलाला का दर्शन से*
Ghanshyam Poddar
" लेकिन "
Dr. Kishan tandon kranti
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
वीर शिवा की धरती है ये, इसको नमन करे संसार।
वीर शिवा की धरती है ये, इसको नमन करे संसार।
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
"फितरत"
Ekta chitrangini
कहते हैं लोग भूल जाया कर वो बातें जो मन मे चुभन जगाती हैं...
कहते हैं लोग भूल जाया कर वो बातें जो मन मे चुभन जगाती हैं...
पूर्वार्थ
#futuretechinnovative
#futuretechinnovative
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लघुकथा -आत्मसम्मान
लघुकथा -आत्मसम्मान
Yogmaya Sharma
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मानव जीवन लक्ष्य क्या
मानव जीवन लक्ष्य क्या
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
छल जाते हैं
छल जाते हैं
Shweta Soni
Loading...