नकाब पोश
कुछ लोग ज़माने में ऐसे होते है ,
जिनके दिल में गहरे राज होते हैं।
चेहरे पर उनके कई नकाब होते है ,
उठाने लगोगे गर तो नाराज होते हैं।
जुबान पर तो दिलफरेब मीठी बातें ,
मगर हकीकत में यह दगाबाज होते है।
लाख पूछने पर भी नहीं बताते राज़ ,
बस नाम को हम उनके हमराज होते हैं।
किसी पे क्या गुजरी इनको क्या वास्ता,
कोई कहे भी कैसे ये बदमिजाज़ होते हैं।
है मालूम की खुदा देख रहा है इन्हें ,
फिर भी ये साजिशों से कहां बाज़ आते हैं ।
तू खुदा को ही बना ले दोस्त अपना “ए अनु”
सच्चे इंसानों के वही हमदर्द हमराज होते है।