नए दौर की हवा
बे -अदबी .बे – लिहाजी और बेशर्मी है .
आज के दौर की हवा में .
फिर क्यो ना करे चमन के फूल और कलियां ,
अपने ही बागबां से बगावत
बे -अदबी .बे – लिहाजी और बेशर्मी है .
आज के दौर की हवा में .
फिर क्यो ना करे चमन के फूल और कलियां ,
अपने ही बागबां से बगावत