Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 May 2024 · 1 min read

*नई मुलाकात *

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
*नई मुलाकात *

तुम जब से खफा हुये हमसे जिंदगी रूठ गई ।
कोशिश मेरी तमाम इसको सँवारने की बेकार हो गई ।

सोच से परे स्वप्न थे भरे यौवन की तरंग में भीग हम रहे ।
ये दिन भी आएगा हमको पड़ेगा रोना था सोच से परे ।

वो था पहला दिन कॉलेज का और तुमसे हुई मुलाकात ।
हैरान थे हम परेशान से बिना रस्सी की गाय से भटके हुये ।

सब कुछ नया – नया अजनबी सा माहौल लेकिन रोमांच से भरा ।
फिर हुई बारिश तपिश मिट गई , बंजर जमीन पर कली खिल गई ।

सोच से परे स्वप्न थे भरे यौवन की तरंग में भीग हम रहे ।
पानी ही पानी था क्या अंदर क्या बाहर – एक जुनून खुशगंवार ।

तुम जब से खफा हुये हमसे जिंदगी रूठ गई ।
कोशिश मेरी तमाम इसको सँवारने की बेकार हो गई ।

रंग बदला , हवा बदली , मौसम ने अपनी दिशा बदली ।
तुम्हारे सोच के साथ – साथ तल्खी ने भी नरमी अपना ली ।

तेवर बदल गए हो सकता है तनहाई में हम याद या गए ।
पहले प्यार का आलम अजीब सा दोपहर की गुलाबी धूप सा ।

तुमने मुझे पुकारा जब मेरे तो सोये जज़्बात हिल गए ।
बादल सभी छटने लगे फिर से और इंद्रधनुष खिल गए ।

वो था पहला दिन कॉलेज का और तुमसे हुई मुलाकात ।
हैरान थे हम परेशान से बिना रस्सी की गाय से भटके हुये ।

33 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Jeevan Ka saar
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
गीत
गीत
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हें आसमान मुबारक
तुम्हें आसमान मुबारक
Shekhar Chandra Mitra
नूतन सद्आचार मिल गया
नूतन सद्आचार मिल गया
Pt. Brajesh Kumar Nayak
■ ट्रिक
■ ट्रिक
*प्रणय प्रभात*
प्राण दंडक छंद
प्राण दंडक छंद
Sushila joshi
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
"सुनो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
आबूधाबी में हिंदू मंदिर
Ghanshyam Poddar
बहुत फ़र्क होता है जरूरी और जरूरत में...
बहुत फ़र्क होता है जरूरी और जरूरत में...
Jogendar singh
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मैं सरिता अभिलाषी
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
श्री राम जय राम।
श्री राम जय राम।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
उन पुरानी किताबों में
उन पुरानी किताबों में
Otteri Selvakumar
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
क़िताबों में दफ़न है हसरत-ए-दिल के ख़्वाब मेरे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2590.पूर्णिका
2590.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बदलाव जरूरी है
बदलाव जरूरी है
Surinder blackpen
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*Love filters down the soul*
*Love filters down the soul*
Poonam Matia
भारत मां की पुकार
भारत मां की पुकार
Shriyansh Gupta
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
सुन्दर तन तब जानिये,
सुन्दर तन तब जानिये,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
किसान और जवान
किसान और जवान
Sandeep Kumar
चाँद
चाँद
Vandna Thakur
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
Loading...