नई कार
भालू ने ली नई-नई कार।
बड़ी शान से गया बाजार।।
लड्डू पेड़ा और मिठाई ।
लेकर आए भालू भाई।।
बहुत हुए खुश उसके बच्चे।
पापा अपने कितने अच्छे।।
सिग्नल तोड़ा दौड़े सरपट
निकल गए है भालू झटपट।।
बत्ती देखी नहीं है लाल।
धीमी न की कार की चाल।।
घर में आया जब चालान।
आफत में भालू की जान।।
लाल हो बत्ती तब रुक जाना।
हरी जले जब घर को आना।।
विजय बेशर्म