Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2020 · 1 min read

धड़क

जा जाकर धड़क उसके सीने में ऐ दिल…
हम उसके बिना जी रहे है तो तेरे
बिना भी जी लेंगे!!….

3 Likes · 2 Comments · 496 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
Rj Anand Prajapati
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
कुछ तो पोशीदा दिल का हाल रहे
Shweta Soni
आयेगी मौत जब
आयेगी मौत जब
Dr fauzia Naseem shad
दीवार
दीवार
अखिलेश 'अखिल'
बीज और विचित्रताओं पर कुछ बात
बीज और विचित्रताओं पर कुछ बात
Dr MusafiR BaithA
सच्ची दोस्ती -
सच्ची दोस्ती -
Raju Gajbhiye
हिजरत - चार मिसरे
हिजरत - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
Ravi Prakash
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
कैसे यकीन करेगा कोई,
कैसे यकीन करेगा कोई,
Dr. Man Mohan Krishna
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
मन का डर
मन का डर
Aman Sinha
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
2882.*पूर्णिका*
2882.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरी
तेरी
Naushaba Suriya
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
Vansh Agarwal
कृतज्ञ बनें
कृतज्ञ बनें
Sanjay ' शून्य'
मन कहता है
मन कहता है
Seema gupta,Alwar
हमारा साथ और यह प्यार
हमारा साथ और यह प्यार
gurudeenverma198
दोहे- अनुराग
दोहे- अनुराग
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
#देसी_ग़ज़ल
#देसी_ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
चमकते चेहरों की मुस्कान में....,
कवि दीपक बवेजा
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पिता की याद।
पिता की याद।
Kuldeep mishra (KD)
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
????????
????????
शेखर सिंह
Loading...