धड़कन में तूफ़ान रहेगा
जब भी घर सुनसान रहेगा
दिल में कुछ अरमान रहेगा
सांसों में हलचल सी होगी
धड़कन में तूफ़ान रहेगा
भूखा वो सोयेगा लेकिन
जागा पर ईमान रहेगा
रहमत है जब तक क़ुदरत की
धरती पर इन्सान रहेगा
क्ब तक इस दुनिया में या रब
भरता कर्ज़ किसान रहेगा