धोखे बाज निकली
तूफा इतनी उठी की समेट नही पाए हम
वो इतने धोखाबाज निकलेगी कभी सोच नही पाए हम
लाल लाल शराबी जैसे आंखे
अंशु इतने निकले की पोंछ नही पाए हम
तूफा इतनी उठी की समेट नही पाए हम
वो इतने धोखाबाज निकलेगी कभी सोच नही पाए हम
लाल लाल शराबी जैसे आंखे
अंशु इतने निकले की पोंछ नही पाए हम