धुंधली तस्वीर
आज रात ,
आँखों में गुजर जायेगी ।
एक पुरानी किताब के बीच मिली
तुम्हारी एक धुंधली तस्वीर
जगा गयी कितनी यादें !
अब तुम तसब्बुर में हो
और नींद कोसों दूर ।
क्यों न ऐसा करें ?
मैं सो जाऊँ
और तुम ख्वाब में आ जाओ ।
आज रात ,
आँखों में गुजर जायेगी ।
एक पुरानी किताब के बीच मिली
तुम्हारी एक धुंधली तस्वीर
जगा गयी कितनी यादें !
अब तुम तसब्बुर में हो
और नींद कोसों दूर ।
क्यों न ऐसा करें ?
मैं सो जाऊँ
और तुम ख्वाब में आ जाओ ।