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24 Dec 2023 · 1 min read

धर्म निरपेक्षता

हमारे दिल में यह ख्याल आता है
जो भीतर तक कचोट सा जाता है ।

रोजगार ,शिक्षा दीक्षा का हक,
देश में रहने का सभी को जाता है ।

अपनी जीवन शैली के अनुसार रहने ,
रीति रिवाज मानने का हक जाता है।

मगर धर्म निरपेक्षता का कर्तव्य ,
सिर्फ हिंदू लोगों पर क्यों जाता है ?

क्यों मुस्लिम / ईसाई संप्रदाय,
होली और दिवाली नहीं मनाता है ।

क्यों हिंदू ही खुले दिल से और, क्रिसमस उल्लास से मनाता है।

क्या धर्म निरपेक्षता का जिम्मा
सिर्फ हिंदुओं ने ले रखा है !
जबकि इस देश को जोड़ने का सभी का कर्तव्य बनता है।

Language: Hindi
2 Likes · 354 Views
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