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21 Dec 2020 · 1 min read

धरना

धरना देकर राह में, बैठे सभी किसान।
फिर बोलो कैसे कहे, भारत देश महान।।
भारत देश महान,धरा से उगता सोना।
राजनीति की शोर,दबा हलधर का रोना।।
रहे शिशिर में काँप,पड़े कृषकों को मरना।
उचित मूल्य की आस,दे रहें हैं वो धरना ।।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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