धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
धरती तुम्हारी पल-पल प्रतीक्षा कर रही जलवाष्पों ने बताया
आसमान भावविभोर हो गया डाकिया भी बादल बन रो गया
आसमान के रोने पर धरती भी रोने लगी
उसकी सहेलियां नदियाँ संग होने लगीं
चारों और हाहाकार मचने लगा
आंसुओं से मानो संसार ढकने लगा
धरती ने आसमान कि ओर सिर उठाया
आसमान झुका और धरती का माथा चूम लिया
इस तरह धरती ने आसमान के आंसुओं को हर लिया।।
Ruby kumari