धरती का नसीब
कागज पर दिल उतार देना,
जज़्बातों को संवार देना।
अपनी क़लम से उकेर कर,
हंसी की स्याही से रंग भर।
कुछ मधुर तुम स्वप्न लेते आना
हाथों में हिना का जौहर देना।
ख़ुश रंग होगा तेरा मेरा जहां,
सुख दुख काट लेंगे हम वहां।
प्रणय कथा मिलकर लिख देंगे,
हम दोनों का होगा प्रेम घरौंदा।
ननकी पात्रे ‘मिश्री’