Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2020 · 1 min read

धरती का त्यागपत्र २

एकांत में श्री हरि ,
मन में कर रहे थे विचार,
दोनों के रोगों का बेचारे,
दूढ़ रहे थे उपचार,
आखिर क्या ग़लत कहा धरा ने,
आजतक तो हर ग़म अकेली ही सेहती आईं हैं,
कुछ वक्त जा कर में बांट लेता कष्ट उसका,
देवताओं के कार्य के लिए,
उसने किया अपना जीवन बलिदान,
ऐसे संतानों कि क्यों आवश्यकता मुझे,
जो धर्म , मर्यादा सब भूल चुके,
उचित है निर्णय प्रिय का,
मैं ना करूंगा हस्तछेप उसके बातों में।

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 438 Views

You may also like these posts

प्रेम
प्रेम
Dinesh Kumar Gangwar
मुखौटे
मुखौटे
Shaily
The fell purpose of my hurt feelings taking a revenge,
The fell purpose of my hurt feelings taking a revenge,
Chaahat
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक दिन
एक दिन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
I read in a book that there is actually a vitamin that exist
पूर्वार्थ
4622.*पूर्णिका*
4622.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
❤️मेरी मम्मा ने कहा...!
Vishal Prajapati
" बंदिशें ज़ेल की "
Chunnu Lal Gupta
जीवन ऐसे ही होता है
जीवन ऐसे ही होता है
प्रदीप कुमार गुप्ता
उनसे ही धोखा मिला ,जिन पर किया यकीन
उनसे ही धोखा मिला ,जिन पर किया यकीन
RAMESH SHARMA
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
Dr Archana Gupta
तजुर्बा
तजुर्बा
Ragini Kumari
पापा जैसी जिम्मेदारी
पापा जैसी जिम्मेदारी
PRATIK JANGID
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
manjula chauhan
बहन मिल गई
बहन मिल गई
Sudhir srivastava
प्रीत लगाकर कर दी एक छोटी सी नादानी...
प्रीत लगाकर कर दी एक छोटी सी नादानी...
Jyoti Khari
प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
ग़ज़ल _ खुशी में खुश भी रहो ,और कामना भी करो।
Neelofar Khan
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
जहाँ में किसी का सहारा न था
जहाँ में किसी का सहारा न था
Anis Shah
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
SURYA PRAKASH SHARMA
पता नहीं ये बस्ती जाने किस दुनिया से आई है।
पता नहीं ये बस्ती जाने किस दुनिया से आई है।
*प्रणय*
मोह मोह के चाव में
मोह मोह के चाव में
Harminder Kaur
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
Loading...