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18 Aug 2024 · 1 min read

धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।

धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।
बिगड़ते जब इसके संतुलन बरपाती आपदा और कहर।
RJ Anand Prajapati

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