Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Feb 2024 · 1 min read

धमकी तुमने दे डाली

धमकी
—————————————-
क्या कसूर था उन मेहनती लोगों का
बस यही कि तुम्हारी नहीं सुनी,
तुम कोई राजनेता तो नहीं थे
धमकी तुमने दे डाली उनको
बोलो ! क्या मिला तुम्हें,
रात में भागने को मजबूर हो गए
वे मेहनती लोग ।
क्यों पता है तुम्हें ?
अपने बच्चों और पत्नी की
चिंता का सवाल जो था।

बार-बार सोचा उन लोगों ने
अपने अधीर हो उठे मन में
जमाना खराब है, साहब
हमें कुछ हो गया तो अपने
घर वालों का कौन सहारा ?

निश्चय अब कर लिया था
रात अंधेरे में भेष धर लिया था
काऊ को जवाब नहीं,
देना था उन्हे !
बस जल्दी निकल जाना था।
क्यों ?
सता रहा था डर यहीं कि
रोज-रोज की धमकी
बाबू, सही हो गई तो
क्या होगा ?

इरादा पक्का था,
अब चलो भईया अपने
गांव भाग चलें
न हम रहेंगे , यहां न सुनें
रोज रोज की धमकी।
बस,रात अंधेरे चल दिया
पता न चला किसी को
अचानक वे मेहनती लोग
कहां ? गायब हो गए।

1 Like · 156 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
अरशद रसूल बदायूंनी
*छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)*
*छूकर मुझको प्रभो पतित में, पावनता को भर दो (गीत)*
Ravi Prakash
"वो इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
3524.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3524.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
ऐश ट्रे   ...
ऐश ट्रे ...
sushil sarna
★किसान ए हिंदुस्तान★
★किसान ए हिंदुस्तान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
लाख कर कोशिश मगर
लाख कर कोशिश मगर
Chitra Bisht
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
रमेशराज की तीन ग़ज़लें
कवि रमेशराज
मेरी शान तिरंगा है
मेरी शान तिरंगा है
Santosh kumar Miri
कटु दोहे
कटु दोहे
Suryakant Dwivedi
समझौते की कुछ सूरत देखो
समझौते की कुछ सूरत देखो
sushil yadav
हम ख़फ़ा हो
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
कवि दीपक बवेजा
❤️
❤️
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विनेश भोगाट
विनेश भोगाट
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
■ आज का अनूठा शेर।
■ आज का अनूठा शेर।
*प्रणय*
रिश्तों की बंदिशों में।
रिश्तों की बंदिशों में।
Taj Mohammad
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
जिंदगी का चमत्कार,जिंदगी भर किया इंतजार,
पूर्वार्थ
मरहटा छंद
मरहटा छंद
Subhash Singhai
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
Keshav kishor Kumar
खुद के अलावा खुद का सच
खुद के अलावा खुद का सच
शिव प्रताप लोधी
“एक वक्त  ऐसा आता हैं,
“एक वक्त ऐसा आता हैं,
Neeraj kumar Soni
लोग भय से मुक्त हों  ज्ञान गंगा युक्त हों अग्रसर होतें रहें
लोग भय से मुक्त हों ज्ञान गंगा युक्त हों अग्रसर होतें रहें
DrLakshman Jha Parimal
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ
दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ
shubham saroj
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
କଳା ସଂସ୍କୃତି ଓ ପରମ୍ପରା
Bidyadhar Mantry
Loading...