हिरख दी तंदे नें में कदे बनेआ गें नेई तुगी
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
रामायण में भाभी "माँ" के समान और महाभारत में भाभी "पत्नी" के
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
कुछ बातें मन में रहने दो।
तस्वीरों में तुम उतनी कैद नहीं होती हो,
मैने कभी बेहतर की तलाश नही की,
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
यु निगाहों का निगाहों से,
वेला है गोधूलि की , सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)