धन तेरस
समुद्र मंथन जब हुआ,
प्रकटे धनवंतरी भगवान।
हाथों में ले अमृत कलश,
चिकित्सा का दिया वरदान।।
पावन माह था कार्तिक का,
तिथि थी कृष्ण त्रयोदशी ।
तब से शुरू धन तेरस पर्व,
आओ दीप जलाए खुशी खुशी।।
समुद्र मंथन जब हुआ,
प्रकटे धनवंतरी भगवान।
हाथों में ले अमृत कलश,
चिकित्सा का दिया वरदान।।
पावन माह था कार्तिक का,
तिथि थी कृष्ण त्रयोदशी ।
तब से शुरू धन तेरस पर्व,
आओ दीप जलाए खुशी खुशी।।