धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर सकती, इसके लिए दीक्षा ही एक मात्र रामबाण उपाय है। ठहरे सोचें और पुनः कदम बढ़ाये ।
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर सकती, इसके लिए दीक्षा ही एक मात्र रामबाण उपाय है। ठहरे सोचें और पुनः कदम बढ़ाये ।