*धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)*
धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)
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धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें
सीखें सूरज से जो अपनी, ऊर्जा हमें लुटाता
सीखें बादल से जो अपना, जल सब पर बरसाता
दानवीर यह शिक्षा इनसे, हम आजीवन लिया करें
जानें भागीरथ जो गंगा, देवलोक से लाए
जानें शंकर जी जो जनहित, गरल-पान कर पाए
मधुर-मनोहर हो धरती यह, चिंतन निशि-दिन किया करें
जानें हम संपत्ति समूची, ईश्वर की माया है
सदा नहीं रहती क्षणभंगुर, मानव की काया है
रोज कमाते धन जो उसका, प्रतिशत जग को दिया करें
धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451