Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Nov 2020 · 1 min read

धनतेरस

********** धनतेरस ************
*****************************

भगवान धनवंतरी का धनतेरस त्योहार
दीपावली से पूर्व आ जाता यह त्योहार

धन और आरोग्य को हैं सर्वजन मांगते
कुबेर,धनवंतरी की पूजा अर्चन त्यौहार

बर्तन खरीदारी शुभ मानते जग के लोग
खुशी खुशी जन बांटते मिठाइयाँ,उपहार

समृद्धि और खुशहाली निलय में चाहते
घर में आती ही रहे खुशियों की भरमार

क्रोध और द्वेष बने सर्वश्रेष्ठ अवरोधक
धन देवी लक्ष्मी न आए रहे सूना घरबार

मानसिक,शारीरिक स्वास्थ्य का वरदान
लक्ष्मी की उपासना से बरकत अपरंपार

मनसीरत मानव मन को भयमुक्त बनाए
धनधान्य और सुविधाओं भरा हो संसार
******************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
554 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी
जिंदगी
Adha Deshwal
धरती
धरती
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
कलियों  से बनते फूल हैँ
कलियों से बनते फूल हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
जगदीश शर्मा सहज
मुझ में ठहरा हुआ दर्द का समंदर है
मुझ में ठहरा हुआ दर्द का समंदर है
Jyoti Roshni
एक पल हॅंसता हुआ आता है
एक पल हॅंसता हुआ आता है
Ajit Kumar "Karn"
"प्रॉब्लम"
अमित कुमार
3149.*पूर्णिका*
3149.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"अभाव"
Dr. Kishan tandon kranti
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
भाग्य
भाग्य
लक्ष्मी सिंह
*मोबाइल*
*मोबाइल*
Ghanshyam Poddar
बजाओ धुन बस सुने हम....
बजाओ धुन बस सुने हम....
Neeraj Agarwal
जरूरी नहीं कि वह ऐसा ही हो
जरूरी नहीं कि वह ऐसा ही हो
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"नव वर्ष मंगलमय हो"
राकेश चौरसिया
अजीब बात है
अजीब बात है
shabina. Naaz
sp,98 तुमको भी भूलेगी पीढ़ी
sp,98 तुमको भी भूलेगी पीढ़ी
Manoj Shrivastava
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
पीयूष गोयल में १७ पुस्तकें लिख कर रच दिया इतिहास.
Piyush Goel
जस गीत
जस गीत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#नयी गाथा
#नयी गाथा
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है
तुम्हारी खुशी में मेरी दुनिया बसती है
Awneesh kumar
आज फ़िर एक
आज फ़िर एक
हिमांशु Kulshrestha
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
हमें कहता है अन्तर्मन हमारा
हमें कहता है अन्तर्मन हमारा
Nazir Nazar
****बहता मन****
****बहता मन****
Kavita Chouhan
भूल गया
भूल गया
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...