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30 Oct 2024 · 1 min read

धडकन तडपन भारी भारी है ।

धडकन तडपन भारी भारी है ।
हुश्न की चली, आरी आरी है ।।
अब इश्क की कमाई जारी है ।
दिल कहे हालात बेचारी है ।।

उल्फत एक इबादत पारी है l
जिंदगी कहे, ये जीत हमारी है ll
हिज्र एक मस्त इंतजारी है l
उल्फत में काहे लाचारी है ll

इश्क में मर मिटे, व्यवहारी है l
इश्क में जफाई, व्यापारी है ll
खुशियाँ, बातें सारी सारी है l
उल्फत की प्यास बड़ी प्यारी है ll
अरविन्द व्यास “प्यास”

Language: Hindi
1 Like · 25 Views
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