Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

#द्वेष_लोलुपता_त्याग_हृदय_में, #दीप_जलाओ_मेरे_साथी||

#द्वेष_लोलुपता_त्याग_हृदय_में, #दीप_जलाओ_मेरे_साथी||
________________________________________________
मन भीतर जो तम फैला है, उसे मिटाओ मेरे साथी|
द्वेष लोलुपता त्याग हृदय में, दीप जलाओ मेरे साथी||

माया है ठगनी ठगती है, शूर्पणखा बन करती है छल|
मिथ्यामय जिज्ञासाओं का, करती उर संचय यह हर पल|
मृषा जनित लिप्सा मानस से, दूर भगाओ मेरे साथी|
द्वेष लोलुपता त्याग हृदय में, दीप जलाओ मेरे साथी||

उत्कण्ठा अघ से पूरित जो, करती सत्यानाश मनुज का|
स्थापित मनु मन में करती, दुर्गंधित हर भाव दनुज का|
अपकर्मी अभिलाष की अर्थी, आज उठाओ मेरे साथी|
द्वेष लोलुपता त्याग हृदय में, दीप जलाओ मेरे साथी||

असत पंथ को वर सुयोधन, क्यों बनते हो नाहक तुम|
सत्य – धर्म से बनों युधिष्ठिर, धर्म- ध्वजा संवाहक तुम|
शुद्ध कर्म से पातक उर का, चलो घटाओ मेरे साथी|
द्वेष लोलुपता त्याग हृदय में, दीप जलाओ मेरे साथी||

द्वार खड़ा सौभाग्य तुम्हारे, करना मत इसका निरादर|
ईश्वर ने जो कार्य है सौंपा, माथ नवा कर उसका आदर|
मोह जनित अँधियार से निज को, परे हटाओ मेरे साथी|
द्वेष लोलुपता त्याग हृदय में, दीप जलाओ मेरे साथी||

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’ (नादान)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
इतने दिनों के बाद
इतने दिनों के बाद
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
रूकतापुर...
रूकतापुर...
Shashi Dhar Kumar
शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा
शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा
gurudeenverma198
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
शेखर सिंह
"रियायत"
Dr. Kishan tandon kranti
घटा घनघोर छाई है...
घटा घनघोर छाई है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आ लौट के आजा टंट्या भील
आ लौट के आजा टंट्या भील
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
बेटियां ज़ख्म सह नही पाती
बेटियां ज़ख्म सह नही पाती
Swara Kumari arya
All you want is to see me grow
All you want is to see me grow
Ankita Patel
मेरा होकर मिलो
मेरा होकर मिलो
Mahetaru madhukar
Sahityapedia
Sahityapedia
भरत कुमार सोलंकी
3010.*पूर्णिका*
3010.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सावन
सावन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मजदूर
मजदूर
Dr Archana Gupta
प्रकृति
प्रकृति
Bodhisatva kastooriya
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
जंग जीत कर भी सिकंदर खाली हाथ गया
जंग जीत कर भी सिकंदर खाली हाथ गया
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
एक अकेला
एक अकेला
Punam Pande
पनघट
पनघट
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
दिल में
दिल में
Dr fauzia Naseem shad
जाने कहा गये वो लोग
जाने कहा गये वो लोग
Abasaheb Sarjerao Mhaske
बात मेरे मन की
बात मेरे मन की
Sûrëkhâ
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
मजदूरों के साथ
मजदूरों के साथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...