दौर ये भी गमों का गुजर जाएगा
फ़ाइलुन फाइलुन फाइलुन फाइलुन
212……212……212……212
धूप को देखकर तम बिखर जाएगा!
दौर ये भी गमों का गुजर जाएगा!
जिंदगी में तो सुख दुख रहेंगे सदा,
वक्त ऐसा नहीं ये ठहर जाएगा!
साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलो,
कोइ तूफां हो खुद ही बिखर जाएगा!
मंजिलें चाहिए रास्ते देख लो,
रास्ता गर जो भटका किधर जाएगा!
मन में विश्वास रख ध्यान प्रभु का धरो,
एक दिन इन गमों से उबर जाएगा!
एक “प्रेमी” तुम्हें चाहिए दोस्तो,
आज क्या पूरा् जीवन सॅंवर जाएगा!
…… ✍ प्रेमी
29 मई, 2021