दौडाना छोड दे
जिंदगी हर पल दौडाना छोड दे
यूं बेफुजूल रोब जताना छोड दे
गर लगे डर राह के कांटो से तो
मुहोबत के ख्वाब सजाना छोड दे
तकलीफो से ही मिलती है मंजिले
तकलीफो से खौफ खाना छोड दे
रूह का रिश्ता बना जो ना टूटे
हर कली पर मंडराना छोड दे
बात पते की लगे हमारी तो रखो
बे अदब सा मुस्कुराना छोड दे
मजबूरी रही मेरी जो ना मिल सके
बाण नैनो से चलाना छोड दे
हो बड़ा ह्रदय समुद्र सा तो क्या
अश्को की नहरे बहाना छोड दे