दो सांसें
लोभ मद से ग्रसित होकर
बहुत दूर तक
बड़े बड़े कई घर
मैने बना लिये ।
दिन रात मेहनत करके
जरूरत नही थी जितनी
उससे कहीं ज्यादा पैसे
मैने बना लिये ।
लाखों करोड़ो रूपये
नित दान करके
दुनिया भर के पुण्य भी
मैने कमा लिये ।
मिली नही फिर भी कभी
दो सांसें चैन की
गीता के न जाने कितने पाठ
मैने करवा लिये ।।
राज विग 26.06.2021