दो बिल्लियों की लड़ाई (हास्य कविता)
दो कांग्रेसी बिल्लियों की लड़ाई
आप के बन्दर ने खाई मलाई
इस बार पंजाब के चुनाव ने हमें—
पंचतन्त्र की कहानी याद दिलाई
काश! के सिद्धू और चन्नी न लड़ते
फिर परिणाम ये कुछ तो बेहतर होते
सिर्फ़ ‘मैं बनूँगा मुख्य मन्त्री’ यहाँ का
इस अहंकार ने ही लुटिया डुबाई
पांच साल को अब मज़ा लूटेगा मान
बिना बात बन बैठा पंजाब की शान
सिद्धू–चन्नी सोये अब चादर तान
दोनों की मूर्खता ने नाव डुबाई
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