दो पंक्तियां
लिख तो दू गजलें मैं भी लम्बी ढेर सारी
मगर दो पंक्तियों में सहेजना बेहद खूबसूरत है
जैसे कितना भी लीपा पोती कर ले लड़कियां
बस एक मद्धम मुस्कान सहेजना बेहद खूबसूरत है
जैसे प्रश्नावली में लम्बे लम्बे उत्तर का देना
पर, एक शब्दों में उत्तर हो जाना बेहद खूबसूरत है
जैसे मायूस होने पर सबका पूछा जाना
लेकिन हर्षाने वाले का दुलारना बेहद खूबसूरत है
जैसे समस्त संसार के भागम दौड़ को देखना
मगर आंखे मूंद कर सो जाना बेहद खूबसूरत है
जैसे क्षणभंगुर से जीवन में जीना हो कल पर
लेकिन हर पल, लम्हें में जीना बेहद खूबसूरत है
-कुणाल प्रशांत