दो जून की रोटी
वाे राेती,
ये राेटी,
सुलगती राेटी,
बेबसी की राेटी,
लाचारी की राेटी,
गरीबी की राेटी,
आराम कभी नही चाहा,
विश्राम कभी नही चाहा,
गरीबी आेर लाचारी काे सहा,
दाे जून की राेटी बस चाहा,
।।।जेपीएल।।।।
वाे राेती,
ये राेटी,
सुलगती राेटी,
बेबसी की राेटी,
लाचारी की राेटी,
गरीबी की राेटी,
आराम कभी नही चाहा,
विश्राम कभी नही चाहा,
गरीबी आेर लाचारी काे सहा,
दाे जून की राेटी बस चाहा,
।।।जेपीएल।।।।