Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2023 · 1 min read

दो खग उड़े गगन में , प्रेम करते होंगे क्या ?

दो खग उड़े गगन में
प्रेम करते होंगे क्या ?
जब कभी सूर्य लालिमा, पड़ती होगी इन पर
ये भी एक दूसरे को छेड़ते होंगे क्या ?
साथ चुगना साथ उड़ना
बस दिखता हैं, मुझको इनमें
ये भी खुले गगन में प्रेम करते होंगे क्या ?

खुले आसमा में उड़ना और प्रेम करना
बस ये ही जीवन का आधार इनका
कभी एक दूजे से, ये भी बिछड़ते होंगे क्या ?

यदि इन पंछियों में से इक को
क़ैद पिंजरे में कैद करलें कोई
ये भी इक दूसरे बिन जी सके होंगे क्या ?

क़ैद पंछी को पिंजरे में
सब सुख सुविधाएं हैं
पिंजरा भी सोने का है
है हीरे मोती भी उस पर जड़े

दूजे पंछी का उसके बिन
उड़ना लगे मुश्किल बड़ा
जो कभी इस गगन में
कभी गोते लगाया करता था

क्या क़ैदी पंछी
दाना पानी खाता होगा
क्या दूजा पंछी उसे थोड़ा याद आता होगा
क्या वो भी रात में रोता होगा
क्या उसे भी अब चैन आता होगा
शायद! वो पिंजरे की शानो शौक़त देख
दूजे पंछी को भूल गया होगा

✍️ D. K

1 Like · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इन गज़लों का हुनर, तेरी आंखों की गुफ़्तुगू
इन गज़लों का हुनर, तेरी आंखों की गुफ़्तुगू
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" वजन "
Dr. Kishan tandon kranti
कविता : आँसू
कविता : आँसू
Sushila joshi
Phoolon ki bahar hoti hai jab tu mere sath hoti hai,
Phoolon ki bahar hoti hai jab tu mere sath hoti hai,
Rishabh Mishra
*देखो मन में हलचल लेकर*
*देखो मन में हलचल लेकर*
Dr. Priya Gupta
आजाद हिंदुस्तान में
आजाद हिंदुस्तान में
gurudeenverma198
गर तुम हो
गर तुम हो
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
रमेशराज की माँ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की माँ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Ritu Asooja
कोई ग़लती करे या सही...
कोई ग़लती करे या सही...
Ajit Kumar "Karn"
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
Ravi Prakash
🙅कमिंग सून🙅
🙅कमिंग सून🙅
*प्रणय प्रभात*
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
आकाश महेशपुरी
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
ठहरी - ठहरी जिन्दगी,
ठहरी - ठहरी जिन्दगी,
sushil sarna
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
रात घिराकर तम घना, देती है आराम
रात घिराकर तम घना, देती है आराम
Dr Archana Gupta
यही तो मजा है
यही तो मजा है
Otteri Selvakumar
🌹 इस्लाम  ने  मोहब्बत  का  पैगा़म दिया  है  ।
🌹 इस्लाम ने मोहब्बत का पैगा़म दिया है ।
Neelofar Khan
ख़ुद से बचकर कोई जाए
ख़ुद से बचकर कोई जाए
Dr fauzia Naseem shad
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
प्रेम.....
प्रेम.....
शेखर सिंह
नभ के चमकते तारे तो बन गए ! प्रकाश सभी तारों में विद्धमान है
नभ के चमकते तारे तो बन गए ! प्रकाश सभी तारों में विद्धमान है
DrLakshman Jha Parimal
हत्या
हत्या
Kshma Urmila
बिना मांगते ही खुदा से
बिना मांगते ही खुदा से
Shinde Poonam
मस्अला क्या है, ये लड़ाई क्यूँ.?
मस्अला क्या है, ये लड़ाई क्यूँ.?
पंकज परिंदा
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
झाग की चादर में लिपटी दम तोड़ती यमुना
झाग की चादर में लिपटी दम तोड़ती यमुना
Rakshita Bora
Loading...